-यदि इस शंख को कारखाने में स्थापित किया जाए तो कारखाने में तेजी से आर्थिक उन्नति होती है।
-यदि मोती शंख को मंत्र सिद्ध व प्राण प्रतिष्ठा पूजा कर स्थापित किया जाए तथा उसमें जल भरकर लक्ष्मी के चित्र के साथ रखा जाए तो लक्ष्मी प्रसन्न होती है और आर्थिक उन्नति होती है।
-मोती शंख को घर में स्थापित कर यदि रोज ऊं श्रीं महालक्ष्मैय नम: ग्यारह बार बोलकर एक- एक चावल का दाना शंख में भरते रहे। इस प्रकार ग्यारह दिन तक प्रयोग करें। यह प्रयोग करने से आर्थिक तंगी समाप्त हो जाती है।
-यदि व्यापार में घाटा हो रहा है। दुकान में आय नहीं हो रही हो तो एक मोती शंख दुकान के गल्ले में रखा जाये तो इससे व्यापार में वृद्धि होती है।
गुरु हो अशुभ तो यह टोटके करें
व्यक्ति की कुंडली में गुरु अशुभ होता है उसकी पढ़ाई में कई परेशानियां आती हैं। या तो उसकी पढ़ाई बीच में ही छूट जाती है या फिर अन्य किसी कारण से वह अधिक नहीं पढ़ पाता। जिस व्यक्ति की कुंडली में गुरु अशुभ होता है उसके सिर के बाल उड़ जाते हैं, उसके मान-सम्मान में कमी आती है तथा गले के रोग हो जाते हैं। गुरु के अशुभ प्रभावों को कम करने के लिए कुछ साधारण टोटके इस प्रकार हैं-
उपाय-
- गुरुवार का व्रत रखें।
- केसर का सेवन करें तथा सोने की अंगूठी धारण करें।
- पीले फूल एवं फलों से ब्रह्माजी का पूजन करें। इसके बाद फलों को प्रसाद के रूप में बांट दें।
- मस्तक पर पीला चंदन, हल्दी अथवा केसर का तिलक करें।
- पीपल के वृक्ष में प्रतिदिन पानी डालें।
- बारह बादाम कपड़े में बांधकर लोहे के बर्तन में बंद करके अपने पास रखें और उसे खोलकर नहीं देंखे।
- कपिला (केसरिया रंग की) गाय की पूजा करें।
- पीले कपड़े में चने की दाल बांधकर दान करें।..
उपाय-
- गुरुवार का व्रत रखें।
- केसर का सेवन करें तथा सोने की अंगूठी धारण करें।
- पीले फूल एवं फलों से ब्रह्माजी का पूजन करें। इसके बाद फलों को प्रसाद के रूप में बांट दें।
- मस्तक पर पीला चंदन, हल्दी अथवा केसर का तिलक करें।
- पीपल के वृक्ष में प्रतिदिन पानी डालें।
- बारह बादाम कपड़े में बांधकर लोहे के बर्तन में बंद करके अपने पास रखें और उसे खोलकर नहीं देंखे।
- कपिला (केसरिया रंग की) गाय की पूजा करें।
- पीले कपड़े में चने की दाल बांधकर दान करें।..
मंगल को जन्मे, मंगल ही करते हैं हनुमान
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हनुमान को संकट मोचन कहा गया है। वे पलभर में ही भक्तों के बड़े-बड़े संकट समाप्त कर देते हैं। हनुमानजी सीताराम के आर्शीवाद से अष्टचिरंजिव में शामिल है। अत: वे भगवान शिव की तरह ही तुरंत प्रसन्न होने वाले और भक्तों पर सर्वस्व न्यौछावर करने वाले हैं। ऐसी मान्यता है कि हनुमानजी का जन्म मंगलवार को हुआ। अत: मंगलवार के दिन उनकी पूजा का विशेष महत्व है।
जहां-जहां श्रीराम का नाम पूरी श्रद्धा से लिया जाता है हनुमानजी वहां किसी ना किसी रूप में अवश्य प्रकट होते हैं। ऐसी कई कथाएं हैं जहां हनुमान ने श्रीराम के भक्तों का पूर्ण कल्याण किया है। हनुमान के नाम मात्र से ही भूत पिशाच निकट नहीं आते। सारी समस्याएं स्वत: ही समाप्त हो जाती है।
हनुमानजी ही ऐसे भक्त और भगवान हैं जो हमारे सभी दुख और परेशानियों का समाधान कुछ ही क्षण में कर सकते हैं। बस आवश्यकता है तो सभी अधार्मिक कार्यों और कुसंगति को छोड़कर श्रीराम की श्रद्धा और भक्ति में मन लगाने की।
मंगलवार के दिन हनुमानजी की पूजा से सभी मनोवांछित फल प्राप्त हो जाते हैं। ऐसा भी माना जाता है कि पवनपुत्र की पूजा के लिए कोई विशेष मुहूर्त या दिन नहीं है। हम कभी भी सच्चे मन से हनुमानजी का स्मरण, पूजन-अर्चन कर सकते हैं।
सभी परेशानियों से छुटकारा पाने के लिए हनुमान चालिसा का पाठ सबसे सरल और सुलभ उपाय है। प्रतिदिन हनुमान चालिसा का पाठ करने वाले भक्तों को सभी सुख और धन की प्राप्ति होती है। ऐसे लोगों को किसी भी प्रकार की कोई परेशानी नहीं होती।
किराए के घर में कैसे बढ़ेगा पैसा?
.काफी लोगों का सपना होता है कि उनका अपना सुंदर सा आशियाना हो लेकिन सभी का यह सपना पूरा नहीं हो पाता। जो लोग किराए के घर में रहते हैं वहां के वास्तु दोष की वजह से अपनी आर्थिक स्थिति मजबूत नहीं कर पाते और खुद के घर का सपना, सपना ही रह जाता है। घर का सही वास्तु हमारी आय बढ़ाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
अगर आप रेंट पर फ्लेट लेते हैं या किराए का घर है तो मकान मालिक की बिना अनुमति मकान में किसी प्रकार का परिवर्तन नहीं किया जा सकता। ऐसे घरों में अक्सर वास्तु शास्त्र के अनुसार कई कमियां रहती हैं। इन दोषों की वजह से वहां रहने वाले लोगों को धन की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। वास्तु के अनुसार बने घर में किराएदार भी सुखी और संपन्न और धनवान रहते हैं। यदि आप भी चाहते हैं कि आपके घर में किसी तरह का वास्तुदोष ना रहे तो इन छोटी-छोटी बातों का ध्यान रखकर किराए के भवन में रहते हुए भी वास्तुदोष दूर किया जा सकते हैं। वास्तु दोष दूर होने के बाद आपके परिवार की आय में बढ़ोतरी होगी और पैसों की तंगी नहीं रहेगी।
- घर का उत्तर-पूर्व का भाग खाली रखें।
- घर के दक्षिण-पश्चिम दिशा के भाग में अधिक भार या सामान रखें।
- घर में पानी की सप्लाई उत्तर-पूर्व दिशा से लें।
- बेड रूम में पलंग का सिरहाना दक्षिण दिशा में रखें और सोते समय सिर दक्षिण दिशा में व पैर उत्तर दिशा में रखें। यदि ऐसा संभव न हो तो पश्चिम दिशा में सिरहाना व सिर कर सकते हैं।
- खाना हमेशा दक्षिण-पूर्व की ओर मुंह करके ही खाएं।
- आपकी आय काफी हद तक इस बात पर निर्भर करती है कि घर में भगवान का स्थान या मंदिर कहां है? वास्तु के अनुसार भगवान के लिए उत्तर-पूर्व दिशा श्रेष्ठ रहती है। इस दिशा में मंदिर स्थापित करें। यदि मंदिर किसी ओर दिशा में हो तो पानी पीते समय मुंह ईशान कोण यानि उत्तर-पूर्व दिशा की ओर रखें।
अगर आप रेंट पर फ्लेट लेते हैं या किराए का घर है तो मकान मालिक की बिना अनुमति मकान में किसी प्रकार का परिवर्तन नहीं किया जा सकता। ऐसे घरों में अक्सर वास्तु शास्त्र के अनुसार कई कमियां रहती हैं। इन दोषों की वजह से वहां रहने वाले लोगों को धन की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। वास्तु के अनुसार बने घर में किराएदार भी सुखी और संपन्न और धनवान रहते हैं। यदि आप भी चाहते हैं कि आपके घर में किसी तरह का वास्तुदोष ना रहे तो इन छोटी-छोटी बातों का ध्यान रखकर किराए के भवन में रहते हुए भी वास्तुदोष दूर किया जा सकते हैं। वास्तु दोष दूर होने के बाद आपके परिवार की आय में बढ़ोतरी होगी और पैसों की तंगी नहीं रहेगी।
- घर का उत्तर-पूर्व का भाग खाली रखें।
- घर के दक्षिण-पश्चिम दिशा के भाग में अधिक भार या सामान रखें।
- घर में पानी की सप्लाई उत्तर-पूर्व दिशा से लें।
- बेड रूम में पलंग का सिरहाना दक्षिण दिशा में रखें और सोते समय सिर दक्षिण दिशा में व पैर उत्तर दिशा में रखें। यदि ऐसा संभव न हो तो पश्चिम दिशा में सिरहाना व सिर कर सकते हैं।
- खाना हमेशा दक्षिण-पूर्व की ओर मुंह करके ही खाएं।
- आपकी आय काफी हद तक इस बात पर निर्भर करती है कि घर में भगवान का स्थान या मंदिर कहां है? वास्तु के अनुसार भगवान के लिए उत्तर-पूर्व दिशा श्रेष्ठ रहती है। इस दिशा में मंदिर स्थापित करें। यदि मंदिर किसी ओर दिशा में हो तो पानी पीते समय मुंह ईशान कोण यानि उत्तर-पूर्व दिशा की ओर रखें।
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